उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित गोष्ठी मेें पधारीं

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित गोष्ठी मेें पधारीं।


 


गाजियाबाद। मंंगलवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित दिल्ली में महिलाओं के लिए राज्य आयोग के साथ संवादात्मक बैठक की गोष्ठी में प्रतिभाग किया। राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा कि महावार स्वच्छता स्वधार गृहों का औचक निरीक्षण, ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन सोशल मीडिया का उपयोग एवं ऐसे 10 जनपद जहां पर महिलाओं पर हिंसा (किसी भी रूप में) का प्रतिशत अधिक है। जैसे गाजियाबाद, झाँसी आदि चयनित कर वहां पर गर्व से चलकर बैनर, नारे, होर्डिंग की सहायता से सड़कों पर, चौराहों पर यह भ्रमण आयोजित कराने की आवश्यकता है। तथा महिलाओं को बिना डरे रात में चलने का पूरा अधिकार है। जिसके लिए जागरूकता बढ़ाने का कार्य करने की आवश्यकता है एवं पीड़िता को चेहरा न ढकने एवं अपनी बात अपना संघर्ष कर खुद से बताने को प्रेरित करने का कार्य भी होना चाहिए। माहवार स्वच्छता पर प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का काम करता है एवं करने की आवश्यकता है।


उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग में आज भी ऑनलाइन शिकायत प्राप्त करने हेतु ऑनलाइन शिकायत प्रबन्ध प्रणाली की प्रकिया अभी तक चालू नहीं हैं। उसे तुरन्त प्रभाव में करने की आवश्यकता है। सोशल मीडिया (व्हाट्सप, ईमेल, फैक्स, डाक) आदि विभिन्न माध्यमों द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त कर तुरन्त कार्यवाही की जाए। आयोग का व्हाट्सऐप नम्बर 6306511708 पर कोई काल नहीं उठाया जाता है। यह ईमेल का वैकल्पिक है। इस पर प्रार्थिनी अपनी शिकायत भेज सकती है। और एक फोटो पहचान पत्र भी साथ भेजा जाए। तभी यह प्रक्रिया पूरी मानी जाएगी। सुबह 10 बजे से सायं 5 बजे तक सोमवार से लेकर शुक्रवार तक यह प्रक्रिया सक्रिय रहेगी।


उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा माह के प्रथम एवं तृतीय बुधवार को विभिन्न जनपदों में महिला जनसुनवाई का कार्यक्रम किया जाना चाहिए है। जनसुनवाई के सम्बन्ध में सम्बन्धित जिले को सूचना प्रायः 5 दिन पहले दी जाती है। जिसमें स्थानीय अखबारों में जनहित में यह सूचना जारी करने का कार्य किया जा सकता है।